Thursday 30 January 2020

मुक्ति फ़ाउंडेशन, सहकारी भंडार व रिलायंस ने प्लास्टिक से मुक्ति के लिए छेड़ी मुहिम


प्लास्टिक के इस्तेमाल से पूरी तरह से छुटकारा पाने और पर्यावरण को बचाने  के उद्देश्य से मुक्ति फ़ाउंडेशन की सर्वेसर्वा स्मिता ठाकरे ने अंधेरी स्थित मुक्ति फ़ाउंडेशन में 'रीबोट' का उद्घाटन किया, जो कि एक ऑटोमेटेड रीसाइक्लिंग मशीन है. इस ख़ास मौके पर नगरसेवक देवेंद्र बाला आंबेरकर भी मौजूद थे. इस कार्यक्रम की टैगलाइन 'पर्यावरण बचाओ - प्लास्टिक से मुक्ति पाओ' थी. इस मौके पर स्मिता ठाकरे ने कहा, "पर्यावरण की रक्षा मौजूदा समय की मांग है और यह उसी दिशा में उठाया गया एक छोटा-सा कदम है. अभी तो बहुत कुछ किया जाना बाक़ी है."


मौजूदा समय में, हर साल तकरीबन 72 मिलियन टन ख़तरनाक किस्म का कचरा पैदा होता है. ऐसे में मौजूदा दौर में हर साल एक वर्ग किलोमीटर अतिरिक्त लैंडफ़िल जगह की आवश्यकता पड़ती है ताक़ि इस कचरे को समाहित किया जा सके. इस कचरे के तीस मिलियन टन हिस्से को नष्ट होने में सदियों लग जाते हैं. हम इस कचरे को क़ाबू करने में विफल साबित हो रहे हैं और ऐसे में अब प्लास्टिक हमारे खान-पान का हिस्सा बनता जा रहा है.



स्मिता ठाकरे ने कहा, "इस तरह के नुकसान से बचने के लिए एक ऑटोमेटेड PET बोतल रिसाइक्लिंग 'रीबोट' मशीन इस्तेमाल करनेवालों को बोतल अंदर डालनेवाली जगह पर बोतल डालने का मौका देता है. ऐसा होते ही मशीन बोतल को नष्ट कर देती है. उल्लेखनीय है कि ऐसा करने के बाद यूज़र को एक रिवॉर्ड कूपन को हासिल करने अथवा एक नेक मक़सद के लिए उसे दान कर देने का विकल्प मिलता है. नष्ट कर दी गई प्लास्टिक की बोतल को हमारे द्वारा रीसाइकल किया जाता है और उससे संबंधित अन्य उत्पाद बनाए जाते हैं. इससे लैंडफ़िल यूसेज में कमी आती है और इससे रीसाइक्लिंग की दर भी बढ़ जाती है." ग़ौरतलब है कि इससे पहले नीता अंबानी और आदित्य ठाकरे द्वारा इस तरह के मशीनों का उद्घाटन किया जा चुका है."

Wednesday 29 January 2020

महान गीतकार गुलज़ार ने किया रीवा राठौड़ का पहला सोलो एल्बम 'साया तेरे इश्क का' का अनावरण





मंगलवार, २१ जनवरी को मुंबई के प्रसिद्ध पांच सितारा होटल सहारा स्टार में प्रतिभाशाली गायक रीवा राठौर के पहले एकल एल्बम का अनावरण महान गीतकार गुलज़ार ने किया। इस भव्य आयोजन में गुलज़ार, रीवा राठौड़, रूपकुमार राठौड़, सुनाली राठौड़  के अलावा टाइम्स म्युझिक की गौरी यादवाडकर, डार्विन प्लॅटफॉर्म के चेयरमन और मॅनॅगिंग डायरेक्टर अजय हरिनाथ सिंह, व्हिडिओ डायरेक्टर मधुर श्रॉफ, संगीतकार कल्याण बरुआह और फिल्ममेकर अनुषा श्रीनिवासन  अय्यर ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

साल २०१८ में  गुलझार वैशिष्ट्यीकृत 'मौला' (वन अबाव)  और साल २०१९ में 'सांवल' जिसके संगीत निर्माता थे जाकीर हुसेन और  मायकल मेननर्ट  इन समीक्षात्मक हिट्स के लिए प्रसिद्ध गायिका - संगीतकार- पियानो वादक रीवा राठोड एक बार फिर उनके प्रशंसको के दिल पर राज करने को तैयार है नए डेब्यू सोलो एल्बम 'साया तेरे इश्क का' के साथ। ख़ास बात यह है कि इस एल्बम के गीतो के बोल खुद गुलज़ार ने लिखे हैं! रीवा इस कार्यक्रम के दौरान अपनी ख़ुशी व्यक्त करती हुई  गुलज़ार के बारे में कहा, "गुलज़ार साहब ने मुझे अपने दिल का अनुसरण करना, खुद पर विश्वास करना और 'साया तेरे इश्क़ का' के साथ अपने सभी डर को दूर करना सिखाया।"

दादा के रूप में स्वर्गीय पंडित चतुर्भुज राठौड़, रूप कुमार राठौड़-सुनाली राठौड़ माता-पिता के रूप में, और संगीत निर्देशक श्रवण राठौड़ (नदीम-श्रवण) चाचा के रूप में यह कहना गलत नहीं है कि संगीत राठौड़ परिवार की रगों में बहता है। रीवा राठौड़ ने ६ साल की उम्र में पश्चिमी शास्त्रीय पियानो का प्रशिक्षण मिस शांति सेलडन से प्राप्त कीया | इसके बाद कर्नाटक शास्त्रीय संगीत प्रशिक्षण प्रसिद्ध गुरु टी. एस. बालमणि से लिया गया। उन्होंने बनारस घराने के पंडित राजन और साजन मिश्रा द्वारा हिंदुस्तानी शास्त्रीय गीतों का प्रशिक्षण लिया। पंडित हृदयनाथ मंगेशकर और उनके पिता रूपकुमार राठौड़ से संगीत बारीकियों से सीखा ।

रीवा के माता-पिता रूपकुमार राठौड़ और सुनाली राठौड़ जो अपनी बेटी पर गर्व करते हैं, इस मौके पर वो फूले नहीं समां रहे थे। उन्होंने कहा , "हमें यह जानकर खुशी हुई कि हमारी छोटीसी परी रीवा का पहला सोलो एल्बम के गीत के बोल लिविंग लिटिल लीजेंड गुलज़ार साहब ने  लिखे है,,"  आगे रूपकुमार राठौड़ ने कहा,"  “रीवा अपने गीतों पर जितना ध्यान और निष्ठा देती हैं, वह वाकई सराहनीय है। अब तक जो भी उसने हासिल किया है उससे मैं बहुत खुश हूं। इस बार उसके कंधों पर एक बड़ी जिम्मेदारी है क्योंकि एल्बम में गुलज़ार साहब का नाम शामिल है और मुझे यकीन है कि वह इसे सफलतापूर्वक पूरा कर पाएगी। "


शीर्षक गीत 'साया तेरे इश्क का' अमेरिकी निर्माता-इंजीनियर-मिक्सर ब्रायन मालोफ़ द्वारा एक कलात्मक  मिश्रण है। प्रतिभाशाली विदेशी  कलाकार ने इससे पूर्व किंग ऑफ़ पॉप माइकल जैक्सन, क्वीन, मैडोना, पर्ल जैम और स्टीव वंडर जैसे अंतर्राष्ट्रीय कलाकारों के साथ काम किया है। रीवा द्वारा इस एल्बम का शीर्षक गीत पारंपरिक जैज़ और आधुनिक पॉप का संयोजन है। डीजे रविन ने भी इस एल्बम में ट्रैक मिश्रित किया है। ब्रायन और डीजे रविन के अलावा, कल्याण बरुआ और ध्रुव घानेकर जैसे प्रशंसित संगीतकारों ने भी इस एल्बम के निर्माण में बहुत महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

" 'साया तेरे इश्क का' मेरे लिए बहुत खास है क्योंकि इसने मुझे एक नयी रीवा से परिचित कराया है। इसका संगीत सीधा दिल से है और मैंने इसे यथासंभव मूल रखने की कोशिश की है। मैंने अपनी ऊर्जा के प्रत्येक औंस को इसमें डाल दिया है, और किसी भी कृत्रिम चाल से दूर रखा है। मेरे पास गुलज़ार साहब को धन्यवाद देने के लिए शब्द पर्याप्त नहीं हैं और मुझ पर भरोसा करने के लिए मैं उनकी बहुत ऋणी हूं। और इस पूरी परियोजना के पीछे वो रीढ़ और शक्ति थे, “रीवा  ने अंत में कहा। गुलज़ार द्वारा लिखित और रीवा  द्वारा गाया गया यह गीत 'साया तेरे इश्क का' टाइम्स म्यूजिक पर जारी किया गया है।

Wednesday 22 January 2020

आदित्य ठाकरे यांच्या हस्ते लता मंगेशकर यांना समर्पित मेणू असलेल्या हृदयनाथ मंगेशकर आणि कुटुंबाचे रेस्टॉरंट 'सर्जा'चे उद्घाटन



संगीत सृष्टीत प्रतिष्टीत मंगेशकर कुटुंब रेस्तरॉ उद्योगात अपरिचित नाही. १९९६ सालामध्ये पुण्याच्या औंध येथे 'सर्जा' ह्या रेस्तरॉ चा शुभारंभ केला होता आणि भव्य यशानंतर पंडित हृदयनाथ मंगेशकर आणि मंगेशकर कुटुंबीयांनी नुकताच पुण्यातील वाकड येथे ह्या 'सर्जा' - रेट्रोरंट अँड बार ची अजून एक शाखा उघडली.  कॅबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे यांच्या हस्ते ह्या उपाहारगृहाचे उद्घाटन करण्यात आले, यावेळी मंगेशकर कुटूंबासमवेत प्रख्यात व्यक्तिमत्व  रूपकुमार राठोड, सुनाली राठोड, रीवा राठोड आणि सलील कुलकर्णी यांच्यासह इतर मान्यवर देखील उपस्थित होते.


याप्रसंगी उत्साहित पंडित हृदयनाथ मंगेशकर संगीतकारांबद्दलचे व्यंजनाबद्दलच्या आवडीबद्दल व्यक्त होत अभिमानाने “गवये खवैये होते हैं…,” असे म्हणाले.

हया कल्पनेने अत्यंत आनंद व्यक्त करत उपस्थित एक मंगेशकर नातेवाईक म्हणाले, “बाबा स्वत: नियंत्रित खाणारे आहेत, परंतु त्यांना रंगीत आणि स्वादिष्ट व्यंजनाबद्दल समजतात. त्यांना लोकांना खाऊ घालायला आवडते आणि यामुळेच ते उत्तम यजमान आहेत. ” हृदयनाथ मंगेशकर पुढे म्हणाले,“ “लोकांना आवडते जेवण खाऊ घालणे हि एक अत्यंत आनंददायक भावना आहे. सर्जाला प्रेमळ गोडवा देणारा आहे! ”  


त्यांच्या लोकप्रिय भारतीय, ओरिएंटल आणि चीनी पाककृतींसाठी प्रसिद्ध, वाकडमधील सर्जा गानकोकिळा लतादीदींच्या चाहत्यांना आश्चर्यचकित करण्यासाठी तयार आहे. वाकड  येथील  'सर्जा ' मध्ये शाकाहारी तसेच मांसाहारी खास थाळी अनेक पर्याय उपलब्ध आहेत. सर्जा म्हणजे उगवता सूर्या, स्वत: भारतरत्न लता मंगेशकर यांनी हे नाव दिले. या रेस्टॉरंटला मंगेशकर कुटुंबाच्या अनेक दुर्मीळ स्मृतींनी प्रशंसकांसाठी सजवले गेले आहे. वाकड येथील प्रमुख विभागामध्ये १२,००० चौरस फूट जागेवर बांधल्या गेलेल्या ४४० जेवणाच्या बसण्याच्या व्यवस्थापनासह या सर्व व्यवस्था पण सर्जा रेस्टॉरंट अँड बार ला परिपूर्ण आणि कौटुंबिक वातावरण बनवतात. इतकेच नाही, तर ज्यांना उत्सव साजरे करायला आवडतात त्यांच्यासाठी एक भव्य मेजवानी देखील आहे.

Thursday 16 January 2020

Saroj Khan, brand ambassador - Cine Dancers Association, addresses media on Ganesh Acharya's formation of a parallel dance association

Bollywood’s oldest association for dancers the Cine Dancers Association (CDA) and the newly formed All India Film Television Events Dancers Association (AIFTEDA) have been at the loggerheads for few months now. Since senior choreographer Ganesh Acharya formed AIFTEDA in spite of CDA’s existence, both the associations have been criticising each other.

Veteran choreographer Saroj Khan has been appointed as the brand ambassador of CDA whereas Ganesh Acharya serves as the general secretary of IFTCA (indian film and television choreographer association)and acharya is taking advantage of his post and instigating other choreographers to use AIFTEDA members not CDA.According to the senior members of CDA, Ganesh Acharya who once said that he would support CDA all his life, suddenly opened AIFTEDA.

Some dancers from CDA have also alleged that there is pressure from the rival association, and whoever are joining AIFTEDA have been asked to sign an affidavit agreeing to whatever payment given by Ganesh Acharya. Acharya can be seen explaining why this new association was needed in some videos on YouTube.

When asked about the controversy, veteran choreographer and the brand ambassador of CDA Saroj Khan said, “Ganesh Acharya and his father were also part of Cine Dancers Association then why the attempts of breaking the association are being made? It will affect the livelihood of so many workers.” When asked about the show Ganesh Acharya is planning to do with Bollywood stars and its funds to be used for AIFTEDA members’ welfare, Saroj Khan said, “I was called for an Iftca meeting after I became CDA Brand Ambassador. In the meeting I said that why the show’s money is going to your foundation and not CDA which is the oldest association of dancers?”

CDA has previously questioned how the money generated from the star-studded event will be monitored. CDA has a proper wage chart that is honoured by all producers and dancers are paid INR 4500 per shift. The CDA is fully functional, the dancers are getting paid on time and all their issues are getting addressed by CDA.

CDA Brand Ambassador Saroj Khan addressed the media along with Zahid Sheikh - President, CDA, Ravi Kanwar - General Secretary, CDA, Janet Nazareth and Varsha Kapkar, Committee Members, CDA on Ganesh Acharya's formation of a parallel dance association about the Ganesh Acharya and AIFTEDA controversy in a press conference at a suburban location.

Saturday 11 January 2020

Lalit Pandit inaugurates India Art Festival 2020

The 10th Mumbai Edition of India Art Festival (IAF) at the Nehru Centre, Worli, continues to grow in scale, bringing cutting-edge contemporary art to the metrop with over 45 art galleries and over 500 artists across countries taking part in the exhibition. With yet another successful year, the India Art Festival is presenting all forms of artistic expressions including paintings, sculptures, photography, ceramics, textiles, installations and offers an insight into current art trends from India and Asian countries. There are a total 150 booths, spread on the ground and second floor, Discovery of India Art Building, Nehru Centre, Worli. The inaugural ceremony of the festival was a star-studded affair, that saw celebrities of the likes of Ravi Dubey, Nandish Singh Sandhu, Preeti Jhangiani, Dilip Joshi, Lalit Pandit, Sonalika Pradhan, Ivanka Das and Abhinav Gautam among many others. Rajendra – Founder and MD of India Art Festival, played the perfect host!
Yours is to check the India Art Festival that is on till 12th January, 2020, at Nehru Centre, Worli, daily 11 am to 7:30pm.

Friday 10 January 2020

१०वें इंडिया आर्ट फेस्टिवल - २०२० के उद्धघाटन पर अभिनेता रवी दुबे, नंदिश सिंह संधू, प्रीति झंगियानी, दिलीप जोशी, ललित पंडित, सोनालीका प्रधान, ईवांका दास, अभिनव गौतम और हर्ष गोएंका ने बढाई शोभा

मशहूर इंडिया आर्ट फेस्टिवल  के १०वें संस्करण का आयोजन  मुंबई में नेहरू सेंटर, वर्ली मे आयोजित किया गया। इस प्रदर्शनी में ४५ से अधिक आर्ट गॅलरी का समावेश था और देशभर से ५०० से अधिक कलाकारों ने इस प्रदर्शनी में अपनी कला का प्रदर्शन किया। 

इस वर्ष इंडिया आर्ट फेस्टिवल में चित्रकला, मूर्तिकला, फोटोग्राफी, चीनी मिट्टी की चीज़ें, वस्त्र सहित अन्य सभी प्रकार की कलाकृतियों का  समावेश था।  इस समारोह के उद्घाटन के अवसर पर अभिनेता रवि दुबे, नंदिश सिंह संधू, प्रीति झंगियानी, दिलीप जोशी, ललित पंडित, सोनालिका प्रधान, ईवांका दास, अभिनव गौतम और हर्ष गोयनका जैसी प्रमुख हस्तियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इंडिया आर्ट फेस्टिवल के संस्थापक और एमडी राजेंद्र ने सभी उपस्थित हस्तियों का मेजबान के रूप में स्वागत किया।
अन्य कला प्रेमियों के लिए  इंडिया आर्ट फेस्टिवल यह प्रतिष्ठित कला प्रदर्शनी ९ जनवरी से १२ जनवरी तक रोज सुबह ११ बजे से शाम ७:३० बजे तक खुली रहेगी।

Monday 6 January 2020

ज्येष्ठ लेखक राकेश भारती ने 'छपाक' के खिलाफ HC का रुख किया, मांगा कहानी का श्रेय

मुम्बई : ज्येष्ठ लेखक और फ़िल्मकार ने बॉम्बे हाई कोर्ट में दीपिका पादुकोण की फ़िल्म 'छपाक' के मेकर्स के खिलाफ एक याचिका दायर कर कहा है कि वो ख़ुद एसिड अटैक की शिकार लक्ष्मी अग्रवाल पर आधारित इस कहानी के मूल लेखक हैं, जिस पर यह फ़िल्म आधारित है।

याचिककर्ता राकेश भारती की मांग है कि फ़िल्म में उन्हें भी एक सह-लेखक के तौर पर श्रेय दिया जाना चाहिए।
राकेश भारती ने दायर अपनी याचिका में कहा है कि उन्होंने एक फ़िल्म के निर्माण के लिए एक आइडिया/फ़िल्म की संकल्पना की थी, जिसका नाम उन्होंने 'ब्लैक डे' रखा था। उन्होंने अपनी इस कहानी को 'इंडियन मोशन पिक्चर्स असोसिएशन (IMPAA) में फ़रवरी, 2015 में दर्ज कराया था।
राकेश भारती ने कहा कि वो तभी से इस स्क्रिप्ट पर काम कर रहे थे और विभिन्न कलाकारों और निर्माताओं को फ़िल्म के लिए अप्रोच करने में तल्लीन  थे, उन्होंने यह कहानी को  फॉक्स स्टार स्टूडियोज़ को भी सुनाई थी।
इस याचिका में कहा गया है, "हालांकि ये प्रोजेक्ट किसी विशेष हालात के मद्देनज़र आगे नहीं बढ़ पाया। शिकायतकर्ता ने इस फ़िल्म के आइडिया को 'छपाक' का निर्माण करने वाली कंपनी फॉक्स स्टार स्टूडियोज़ के साथ साझा किया था।"
इस मसले की तह में जाने और 'छपाक' से मूल कहानी की तुलना करने के लिए उन्होंने एक जानकार के नियुक्त किये जाने की भी मांग की है
एडवोकेट सरावगी ने बताया कि इस याचिका की पहली सुनवाई हाई कोर्ट की वेकेशन बेंच ने 27 दिसंबर की थी और अब इसकी अगली सुनवाई 7 जनवरी को होगी।
'छपाक' एसिड हमले का शिकार हुई लक्ष्मी अग्रवाल की ज़िंदगी पर आधारित फिल्म है, जिसमे दीपिका पादुकोण और विक्रांत मेस्सी मुख्य भूमिकाओं में नज़र आएंगे। यह फिल्म 10 जनवरी 2020 को देशभर में रिलीज होगी।