Thursday, 16 May 2019

JOSH Foundation is proud to be associated with CWAT, a social business ecosystem that will generate continuous and sustained funds and promote business for NGOs in India.

Seen in the pictures, at the concept launch of CWAT at Hard Rock Cafe, Andheri, are ENT Specialist Dr.Jayant Gandhi, Audiologist-Speech Therapist Devangi Dalal, Jagrat Desai and Varun Udeshi.

Wednesday, 15 May 2019

शिक्षाविद् रोहित शर्मा ने किया लंच ऐंड लर्न कॉन्फ्रेंस का आयोजन

  यूनिवर्सिटी ऑफ़  वेस्ट ऑफ़ इंग्लैंड के लिए स्टूडेंट आउटरी प्रोग्राम

शिक्षाविद् रोहित शर्मा ने मुम्बई के अंधेरी (पूर्वस्थित ललि होटल में लंच ऐंड लर्न कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया  इस आयोजन में  यूनिवर्सिटी ऑफ़  वेस्ट ऑफ़ इंग्लैंड ( UWE) के प्रतिनिधियों नेहिस्सा लिया और ऑनलाइन कोर्सेस की उपलब्धतायूनाइटेड किंगडम में पढ़ने और यूनाइटेड किंगडम में मास्टर्स प्रोग्राम के साथ वर्क प्लेसमेंट और वहां अप्लाई करने के बारे में और अधिकजानकारी दी।

 यूनिवर्सिटी ऑफ़  वेस्ट इंग्लैंड के बिज़नेस डेवलेपमेंट ऑफ़िसर और कंसल्टेंट रोहित शर्मा ने आगे कहा, "हम जिस तरह से सोचते और काम करते हैंउसमें बदलाव लाने के लि इस कॉन्फ्रेंस काआयोजन किया या है। इसके अलावा इस आयोजन का मकसद ये भी है कि हम अपनी क्षमता में निरंतर सुधार ला सकें ताक़ि तमाम लोगों की अच्छी तरह से मदद हो सके और हम अपने उद्देश्योंको प्राप्त कर सकें। हम बाज़ार में हो रहे बदलाव के प्रति भी सजग हैं और हम इस बदलावों को लेकर संवेदनशील भी हैं। मुझे गता है कि हमने अब तक जो मुकाम हासिल किया हैउसे लेकर हमसबको गर्व महसूस करना चाहिए और हम जि दिशा में जा रहे हैंउस बात की भी हमें बेहद ख़ुशी होनी चाहिए।उन्होंने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में काम करने के इतिहास का भी प्रदर्शन किया। शोध मेंक्षम होनाकस्टमर सेवास्ट्रैटिजिक प्लानिंग और मार्केटिंग स्ट्रैटीजी उनकी ख़ूबियां हैं। रोहित शर्मा ने आगे कहा, "हम इसी तरह से विकास करते रहेंगेख़ुद को हालात के हिसाब से ढालते रहेंगे,बढ़-चढ़कर काम करते रहेंगे और इसी तरह से प्रतिसाद देते रहेंगे।"

पूरे कॉन्फ्रेंस के दौरान छात्र ध्यानमग्न होकर तमाम बातों को सुनते रहेऔर इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और UWE (ब्रिस्टलके भविष्य को और सुनहरा बनाने में मदद की। रोहित र्मा ने जाते-जाते कहा, "भारत दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़नेवाली अर्थव्यवस्था में से एक है। सही मायनों में एक ग्लोबलाइज़्ड दुनिया के ज़रिए ही इंग्लैंड के विश्वविद्यालयों में भारतीय छात्रों की भागीदारी बढ़सकती है।"

Friday, 3 May 2019

Standing Ovation for DS Pahwa’s Kuchh Meetha Ho Jaye



Ace Director Raman Kumar, in association with Producer DS Pahwa, is back with an emotional rollercoaster of a play. Kuchh Meetha Ho Jaye stars Sudha Chandran and Ridhima Rakesh Bedi as the mother-daughter duo along with Paintal, Avtar Gill, Ravi Gossain, Poojaa Raajput and Harshita Shukla.
“A play dealing with a sweet relationships gone sour. I am glad it received a standing ovation,” divulged Producer DS Pahwa while Raman Kumar averred, “The emotional turmoil between a mother and a daughter in the play was well received by the audience.”
The cast and crew of Kuchh Meetha Ho Jaye were spotted at the do during their first show at Rang Sharda Auditorium, Bandra. Avtar Gill played Dinesh Kumar alias DK, who is a friend to Sudha Chandran’s on-screen character, Sagarika. Paintal played the role of a loyalist who accompanies Sagarika as a Tabla player whereas Ravi Gossain played Reema’s (Ridhima Rakesh Bedi) husband. Ridhima portrayed Sagarika’s daughter who blames her mother on her father’s alcoholism, eventually dying an untimely and unnatural death. The audience applauded the performance and the dialogue delivery.
DS Pahwa’s association with the Indian entertainment industry goes back to the 70s, where from running a cinema hall in Delhi, he has distributed over 40 Hindi films. Beside film distribution, DS Pahwa has produced several critically acclaimed plays with numerous Bollywood personalities. “The cast was a breeze to work with. The play has shaped up really well, all thanks to master director Raman Kumar,” concluded DS Pahwa.
Kuchh Meetha Ho Jaye is all set for another enthralling show at Royal Opera House, Mumbai, India’s only surviving opera house, before embarking on a nationwide tour soon. 

Tuesday, 30 April 2019

मेरी मां हमेशा से कहती थीं कि जब तक आर्थिक रूप से स्वतंत्र न हो जाओ, तक तक शादी मत करना - सोनाली बेंद्रे


सुष्मिता सेन और सोनम कपूर के बाद अब सोनाली बेंद्रे को आई एम वूमन अवॉर्ड से नवाज़ा गया

Sonali Bendre receives the I Am Woman Award 2019 instituted
 by Educationist Karan Gupta
हार्वर्ड और IE के भूतपूर्व छात्र करण गुप्ता और IE बिज़ेनस स्कूल द्वारा शुरू किये गये अनोखे आई एम वूमन अवॉर्ड्स महिला की उपलब्धियों का जश्न मनाता है और उनकी ताक़त को पहचानता है। इसकी शुरुआत चार साल पहले की गई थी। ये कार्यक्रम एक ऐसा अभियान है जिसका मानना है कि महिलाएं शक्ति का भंडार हैं। इस मंच पर हर साल ताक़तवर महिलाएं अपनी निजी और प्रोफ़ेशनल ज़िंदगी के बारे में बात करती हैं जिसके ज़रिए वो तमाम महिलाओं को प्रेरित करती हैं।

आई एम वूमन अवॉर्ड्स के चौथे संस्करण के‌ दौरान एक बार फिर से महिला अचीवर्स द्वारा अलग अलग क्षेत्रों में कामयाबी हासिल करने का जश्न‌ मनाया गया और ऐसी महिलाओं द्वारा किये गये अद्भुत कार्यों को सम्मानित किया गया। इस साल इस पुरस्कार से नवाज़े जानेवालों की फ़ेहरिस्त में अभिनेत्री और लेखिका सोनाली बेंद्रे, व्यवसाई और‌ डिज़ाइनर नीता लुल्ला, सामाजिक कार्यकर्ता सिंधुताई सकपाल, इंफ़ोसिस की लर्निंग हेड किशा गुप्ता, जेनेसिस की को-फ़ाउंडर दीपिका गेहानी, लेखिका प्रिया कुमार, सामाजिक‌ कार्यकर्ता और वकील दीपिका सिंह रजावत और सामाजिक कार्यकर्ता निहारी मंडाली शामिल हैं। इस शो को होस्ट किया पावर वूमन मानसी जोशी रॉय और गायिका मानसी स्कॉट ने। दोनों‌ के साथ साथ कार्यक्रम का संचालन अभिनेता और निर्देशक रोहित रॉय, तनुज विरमानी और प्रवीण दबास ने किया। इस प्रतिष्ठित पुरस्कार समारोह में ज़ाएद खान,‌ सुलेमान मर्चेंट, आरती और कैलाश सुरेंद्रनाथ, संदीप सोपारकर आदि उपस्थित थे। इनके अलावा 2017 में हुए आई एम वूमेन अवॉर्ड्स की विजेता क्रिषिका लुल्ला और 2016 की विजेता किरण बावा, महेका मीरपुरी और रेश्मा मर्चेंट भी मौजूद थीं।

इस साल हुई परिचर्चा में इस बात पर विशेष ज़ोर दिया गया कि किस तरह से बिज़नेस में दिलचस्पी लेनेवाली  महिलाओं का सशक्तिकरण किया जाये और किस तरह से वो सभी मिलकर अपने-अपने समाज की मदद कर सकती हैं। 

एक लम्बे समय तक न्यूयॉर्क में हाई ग्रेड कैंसर का इलाज कराकर हाल ही में काम पर लौटीं सोनाली बेंद्रे ने‌ कहा, "मेरी मां अक्सर कहा करती थी कि कब तक जब कि आप आर्थिक रूप से स्वतंत्रत न हो जाओ, तब तक शादी मत करो। अगर आप आर्थिक रूप से स्वतंत्र नही‌ं हो तो आप अपने लिये कभी खड़े नहीं हो सकोगे। फिर ये आप पर निर्भर करता है कि आप अगले दिन ही हार मान जाओ। वो अलग बात है।‌ ये आपकी च्वाइस है। मगर आपको अपनी शुरुआत आर्थिक रूप से एक स्वतंत्र व्यक्ति के तौर पर करनी पड़ेगी। 
इस तरह से रिश्तों में एक किस्म की बराबरी भी बनी रहती है।"

बेहद उत्साहित नज़र आ रहीं सोनाली ने आगे कहा, "मुझे हमेशा से अवॉर्ड्स और रिवॉर्ड्स दोनों ही पसंद रहे हैं मगर अवॉर्ड्स के लिए मेरे दिल में एक अलग ही जगह रही है। मुझे लगता है कि करण गुप्ता एज्युकेशन फ़ाउंडेशन बहुत अच्छा काम‌ कर रहा है। ऐसे में मेरे लिए ये अवॉर्ड और ज़्यादा मायने रखता है।"

अन्य पुरस्कार विजेताओं ने भी इस साल पुरस्कार जीतने पर अपनी ख़ुशी साझा की। 2018 में आई एम वूमन अवॉर्ड से सुष्मिता सेन, टाटा ग्रुप की इंडस्ट्रियलिस्ट लिया टाटा, अभिनेत्री और आरजे मलिश्का मेंडोसा, सामाजिक कार्यकर्ता ज्योति धावाले और प्रीति श्रीनिवासन, एडवोकेट आभा सिंह और दानदाता मिशेल पूनावाला, अंतर्राष्ट्रीय डिज़ाइनर शेन पिकॉक और व्यवसायी भावना जसरा को दिया गया था। वहीं 2017 में आई एम पुरस्कार अमृता फ़डनवीस, लक्ष्मी अग्रवाल, गौरी सावंत, फ़राह अली खान, मालिनी अग्रवाल, शाहीन मिस्त्री और क्रिषिका लुल्ला को प्रदान किया गया था। अगर 2016 की बात की जाये तो ये पुरस्कार सोनम कपूर, रेशमा मर्चेंट,‌ महेका मीरपुरी, रौनक रॉय, देविता सराफ़, किरण बावा, निशा जामवाल, अमृता रायचंद, रूबल नागी और लकी मोरानी को दिया गया था।

करण गुप्ता ने कहा, "IE बिज़नेस स्कूल और KGEF सक्रिय रूप से बिज़नेस करनेवाली महिलाओं की मदद करता है और उन्हें स्कॉलरशिप प्रदान करता है। हम इस बात से अच्छी तरह से वाकिफ़ हैं कि बिज़नेस में महिलाओं को किस तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। यही वजह है कि हम उन्हें हर संभव मदद करने की कोशिश करते हैं।"

अंत में 70 के दशक का वो मशहूर अंग्रेज़ी गाना याद आता है जिसके बोल कुछ इस तरह से हैं - 'आई एम अ वूमन।।। हियर मी रोर, इन नंबर्स टू बिग टू इग्नोर। इफ़ आई हैव टू, आई कैन डू एनिथिंग। आई एम स्ट्रॉन्ग, आई एम इनविंसिबल, आई एम अ वूमन'।


Thursday, 11 April 2019

Writer-Director-Animal Rights and Gender Activist Anusha Srinivasan Iyer,
Audiologist-Speech Therapist-Philanthropist Devangi Dalal and
 Filmmaker Dr. Aleena Khan felicitated with the Garnet & Gold Women of Influence Awards.

Wednesday, 10 April 2019

विश्व शांति के लिए भगवद् गीता !

Dr. Vishwanath D. Karad at the inauguration ceremony of 
Shrimad Bhagwad Gita Dnyan Bhavan, MIT Pune.
हिंदू,‌ मुस्लिम, सिख, ईसाई, यहूदी, बौद्ध जैसे कई धर्मों के गुरुओं ने मिलकर विशेष तौर पर आयोजित पवित्र यज्ञ में हिस्सा लिया और पुणे के विश्वराजबाग के एमआईटी कैम्पस में स्थित दुनिया के सबसे बड़े डोम में श्रीमद भगवद् गीता ध्यान भवन का उद्घाटन किया ।

पुणे के विश्वराजबाग में एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सटी, एमआईटी एडीटी यूनिवर्सिटी कैम्पस और विश्व का सबसे बड़ा डोम - संत श्री ज्ञानेश्वर विश्व शांति प्रार्थना हॉल है। इसी विश्वराजबाग में एक और इतिहास बनते देखा गया। यहां श्रीमद भगवद् गीता ध्यान भवन के उद्घाटन के साथ ही एक बार फिर से विश्व शांति, आध्यात्मिकता और विज्ञान का अनोखा संगम हुआ। ग़ौरतलब है कि इसका उद्घाटन दुनिया के जाने-माने वैज्ञानिक, पद्म विभूषण और महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार से नवाज़े जा चुके डॉ. विजय पी.भाटकर ने किया, जो भारत की ओर से की गई राष्ट्रीय पहल सुपर कम्प्युटिंग के पुरोधा भी हैं। 

इसकी नींव कालजयी भारतीय परंपरा एकम् सत् विप्र बहुदा वेदांती पर रखी गई है जिसका मतलब है कि सत्य सिर्फ़ एक है, लेकिन गुणीजन इसे भिन्न नामों से जानते हैं। इस यज्ञ में मानव जाति की एकात्मकता और शांति के लिए हिंदू,‌ मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध, यहूदी और अन्य धर्मों के गुरू ने हिस्सा लिया। 
Dr. Isaac Malekar at the inauguration ceremony of 
Shrimad Bhagwad Gita Dnyan Bhavan, MIT Pune.

इस ख़ास‌ मौके पर पद्म विभूषण डॉ. के.एच. संचेती, जाने-माने ऑर्थोपेडिक आरिफ़ मोहम्मद खान, पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. फ़िरोज़ बख़्त अहमद, मौलाना अबुल कलाम आज़ाद उर्दू यूनिवर्सिटी (हैदराबाद) के चांसलर डॉ. बुधाजीराव मुलिक, जाने-माने कृषि विशेषज्ञ कलम किशोर कदम, महाराष्ट्र के पूर्व शिक्षा मंत्री दिलीप देशमुख, पुणे के ज्वाइंट चैरिटी कमिश्नर विट्ठलराव जाधव, पूर्व सांसद और जाने-माने शिक्षाविद् श्रीपाल सबनीस, मराठी साहित्य सम्मेलन के पूर्व अध्यक्ष और शिक्षाविद् प्रतापराव बोराडे ने अपनी मौजूदगी से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।

इस कार्यक्रम में ख़ास मेहमान के रूप‌‌ में एच.एच. श्रीकृष्णा कर्वे गुरुजी, पंडित वसंतराव गाडगिल, स्पाइसर यूनिवर्सिटी के डॉ. संजीव अरसुड, भांटे नागा घोष, ज्ञानी अमरजीत सिंह, डॉ. आर.एन. शुक्ला, रामेश्वर शास्त्रीडॉ. मेहर मास्टर मूस, डॉ. इसाक मालेकर जैसे गणमान्य लोग भी उपस्थित थे। 

Gyani Amarjeet Singh at the inauguration ceremony of
Shrimad Bhagwad Gita Dnyan Bhavan, MIT Pune.
उच्च शिक्षाविद, यूनेस्को के सदस्य और वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष विश्वनाथ डी. कराड ने कहा, "19वीं सदी‌ में स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि 21वीं सदी में भारत दुनिया भर में  विज्ञान का प्रमुख केंद्र कहलाएगा और शांति, आनंद का मार्ग दिखाते हुए भारत की पहचान विश्व गुरू के रूप में होगी। ऐसे में श्रीमद भगवद् गीता ध्यान भवन लोगों को एकत्रित लाकर विवेकानंद के स्वप्न‌ को साकार करने का एक अनोखा प्रयास है।"

डॉ. विजय पी. भाटकर ने इस पर विस्तार से बात करते हुए कहा, "श्रीमद भगवद् गीता ध्यान भवन धार्मिक शास्त्रों में बताए गए अमर सत्य का भी प्रतीक है। ये ऐसे शास्त्र हैं जो सिर्फ़ जीवन का ही मार्गदर्शन नहीं करते हैं, बल्कि जो विभिन्न धर्मों के रीति-रिवाज़ों के बारे में भी जानकारी प्रदान करते हैं।" बता दें कि डॉ. भाटकर आजकल भारत के लिए एक्सास्केल सुपर कम्प्युटिंग मिशन के विकास में व्यस्त है।

Tuesday, 9 April 2019

Singer-Performer Lalitya Munshaw makes waves


Lalitya Munshaw 
Born to connoisseur parents with strong musical beliefs deep in her family, Lalitya Munshaw grew up to become an artiste with clear inclinations towards music. Lalitya is now a seasoned artiste who has performed across the national and international circuits.
                              
Laitya has received extensive formal training in Hindustani classical music which led her to an Alankar (M.A.) in music. Blessed with a melodious and serene voice, she has developed her own expressive and unique style over time. With a strong background in classical training, she forayed into several genres of music such as Fusion, Bollywood, Bhajans, Ghazals, Sufi and Folk.
                                                                                   
As a live performer and recording artiste, Lalitya Munshaw has had the privilege of working with stalwarts like Hariharan, Sonu Nigam, Arijit Singh, Shaan, Ustd. Rashid Khan, Ustd. Sultan Khan, Anup Jalota, Louis Banks, Ronu Majumdar, Neeladri Kumar, Karsh Kale, Prem Joshua and Abhujit Pohankar.
                                     
As an entrepreneur, Lalitya Munshaw runs a music label of her own called Red Ribbon.

Lalitya has to her credit, accolades and awards of the likes of the Pandit Omkarnath Thakur Trophy, the GINFS Nav Shakti Gurjari Award, FICCI Flow Award, GCCI Award (2011), Business & Entertainment Global Award to her label, Red Ribbon; the 6th Gauravvanta Gujarati Award by Gujarat Tourism (2013); and the Gratitude Award among many others.